न्यूज़ पेपर फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी
स्पस्टीकरण
UGC के नियमानुसार UGC के पत्र क्रमांक cpp 27 27जून 2013 के
नियमानुसार कोई भी विश्वविद्यालय जो कि केंद्रीय या राज्य विश्वविद्यालय है वह अपने अध्ययन केन्द्र या कॉलेज को संबद्धता प्रदान करके अपने कोर्स का ऑफ कैंपस संचालन कर सकता है
जबकि वही कोई भी निजी अर्थात प्राइवेट विश्वविद्यालय अपने अपने कैंपस के बाहर मतलब ऑफ कैंपस कोर्स नही चला सकता निजी विश्वविद्यालय सिर्फ अपने विस्वविद्यालय में ही कोर्स का संचालन कर सकता है कंही कॉलेज या स्टडी सेंटर नही खोल सकता
जबकि न्यूज़ पेपर में सिर्फ प्राइवेट विश्वविद्यालय के नियमो को लेकर खबर दिखाई जा रही है जोकि सिर्फ प्राइवेट विस्वविद्यालयो पर लागू होती है ना कि स्टेट यूनिवर्सिटी (राज्य विस्वविद्यालयो) पर इसलिए आप लोग भ्रमित ना हो आप
प्राइवेट और स्टेट यूनिवर्सिटी में अन्तर समझे और प्रवेश ले
आपको स्पष्ट कर दे कि आपके क्षेत्र की संभागीय यूनिवर्सिटी के अलावा माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी भोपाल और महात्मा गांधी चित्रकूट यूनिवर्सिटी ही राज्य विश्वविद्यालय है बांकी सभी विश्वविद्यालय प्राइवेट है इसका हमेसा ध्यान रखे
*न्यूज़ पेपर फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी*
*स्पस्टीकरण*
*UGC के नियमानुसार UGC के पत्र क्रमांक cpp 27 27जून 2013 के*
*नियमानुसार कोई भी विश्वविद्यालय जो कि केंद्रीय या राज्य विश्वविद्यालय है वह अपने अध्ययन केन्द्र या कॉलेज को संबद्धता प्रदान करके अपने कोर्स का ऑफ कैंपस संचालन कर सकता है*
*जबकि वही कोई भी निजी अर्थात प्राइवेट विश्वविद्यालय अपने अपने कैंपस के बाहर मतलब ऑफ कैंपस कोर्स नही चला सकता निजी विश्वविद्यालय सिर्फ अपने विस्वविद्यालय में ही कोर्स का संचालन कर सकता है कंही कॉलेज या स्टडी सेंटर नही खोल सकता*
*जबकि न्यूज़ पेपर में सिर्फ प्राइवेट विश्वविद्यालय के नियमो को लेकर खबर दिखाई जा रही है जोकि सिर्फ प्राइवेट विस्वविद्यालयो पर लागू होती है ना कि स्टेट यूनिवर्सिटी (राज्य विस्वविद्यालयो) पर इसलिए आप लोग भ्रमित ना हो*
*आप प्राइवेट और स्टेट यूनिवर्सिटी में अन्तर समझे और प्रवेश ले*
*आपको स्पष्ट कर दे कि आपके क्षेत्र की संभागीय यूनिवर्सिटी के अलावा माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी भोपाल और महात्मा गांधी चित्रकूट यूनिवर्सिटी ही राज्य विश्वविद्यालय है बांकी सभी विश्वविद्यालय प्राइवेट है इसका हमेसा ध्यान रखें*
*
*और जो पेपर में भिंड की डेटा एंट्री ऑपरेटर के दावा आपत्ति लिस्ट की फ़ोटो डाली गई है वो वर्ष 2013-14 की है जो कि सिर्फ आपत्ति लिस्ट है उसके बाद सभी लोगो के डिप्लोमा मान्य हुए थे विश्वविद्यालय के हस्तझेप के बाद इस लिए आप भ्रमित ना हो और आप खुद अपने आस पास पड़ोस में माखन लाल सेDCA एवं PGDCA किये हुए लोगो से पूछिए की कितने लोग 2013 के बाद नौकरी में है कितने लोगो ने 2013 के बाद कितनी नौकरियों के फॉर्म भरे है किसी का अमान्य हुआ क्य*
*इसलिए आप सब अपने विवेक से काम ले किसी के बहकावे में ना आये*
*कहावत है कि कौवा कान ले गया वही हाल यंहा है*
*आप सभी प्राइवेट यूनिवर्सिटी और स्टेट यूनिवर्सिटी के लिस्ट देखने के लिए और ugc का स्पष्ट नियम हिंदी में देखने के लिए वेबसाइट देखे*
CPCT को लेकर कम्प्यूटर डिप्लोमा जैसे DCA PGDCA के बारे में न्यूज़ पेपर फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी*
*स्पस्टीकरण*
*CPCT म प्र शासन द्वारा प्रारम्भ की गयी कम्प्यूटर प्रोफिशिएंसी टेस्ट है जिसे सरल भाषा में कम्प्यूटर पर हिंदी और अंग्रेजी के टाइपिंग स्पीड टेस्ट भी समझा जा सकता है।*
*पूर्व में शासन द्वारा पुरानी टाइपिंग मशीन पर हिंदी और अंग्रेजी की टाइपिंग परीक्षा आयोजित करायी जाती थी जो अब प्रचलन में नहीं है। उसी की जगह कम्प्यूटर पर आधारित CPCT की ऑन लाइन टाइपिंग स्पीड परीक्षा शुरू की गयी है। इसका सर्टिफिकेट केवल दो वर्ष तक ही वैलिड है। उसके बाद पुनः परीक्षा पास करना पड़ेगी।*
*CPCT का सर्टिफिकेट म प्र में मान्य है*
*जबकि DCA & PGDCA डिप्लोमा म प्र के साथ साथ सम्पूर्ण भारत में अनिवार्य है।*
*म प्र शासन के डीप्टी सेकेट्री सामान्य प्रशासन "श्री सी बी पड़वार" के बयान के अनुसार CPCT और कम्प्यूटर डिप्लोमा (DCA or PGDCA) दोनों अनिवार्य हैं। शासन का आदेश स्पष्ट है। भृम की कोई बात ही नही है। (बयान वाले न्यूज पेपर की कटिंग संलग्न है) आप लोग भ्रमित ना हो*
*इसलिए आप सब अपने विवेक से काम ले किसी के बहकावे में ना आये*
स्पस्टीकरण
UGC के नियमानुसार UGC के पत्र क्रमांक cpp 27 27जून 2013 के
नियमानुसार कोई भी विश्वविद्यालय जो कि केंद्रीय या राज्य विश्वविद्यालय है वह अपने अध्ययन केन्द्र या कॉलेज को संबद्धता प्रदान करके अपने कोर्स का ऑफ कैंपस संचालन कर सकता है
जबकि वही कोई भी निजी अर्थात प्राइवेट विश्वविद्यालय अपने अपने कैंपस के बाहर मतलब ऑफ कैंपस कोर्स नही चला सकता निजी विश्वविद्यालय सिर्फ अपने विस्वविद्यालय में ही कोर्स का संचालन कर सकता है कंही कॉलेज या स्टडी सेंटर नही खोल सकता
जबकि न्यूज़ पेपर में सिर्फ प्राइवेट विश्वविद्यालय के नियमो को लेकर खबर दिखाई जा रही है जोकि सिर्फ प्राइवेट विस्वविद्यालयो पर लागू होती है ना कि स्टेट यूनिवर्सिटी (राज्य विस्वविद्यालयो) पर इसलिए आप लोग भ्रमित ना हो आप
प्राइवेट और स्टेट यूनिवर्सिटी में अन्तर समझे और प्रवेश ले
आपको स्पष्ट कर दे कि आपके क्षेत्र की संभागीय यूनिवर्सिटी के अलावा माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी भोपाल और महात्मा गांधी चित्रकूट यूनिवर्सिटी ही राज्य विश्वविद्यालय है बांकी सभी विश्वविद्यालय प्राइवेट है इसका हमेसा ध्यान रखे
*न्यूज़ पेपर फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी*
*स्पस्टीकरण*
*UGC के नियमानुसार UGC के पत्र क्रमांक cpp 27 27जून 2013 के*
*नियमानुसार कोई भी विश्वविद्यालय जो कि केंद्रीय या राज्य विश्वविद्यालय है वह अपने अध्ययन केन्द्र या कॉलेज को संबद्धता प्रदान करके अपने कोर्स का ऑफ कैंपस संचालन कर सकता है*
*जबकि वही कोई भी निजी अर्थात प्राइवेट विश्वविद्यालय अपने अपने कैंपस के बाहर मतलब ऑफ कैंपस कोर्स नही चला सकता निजी विश्वविद्यालय सिर्फ अपने विस्वविद्यालय में ही कोर्स का संचालन कर सकता है कंही कॉलेज या स्टडी सेंटर नही खोल सकता*
*जबकि न्यूज़ पेपर में सिर्फ प्राइवेट विश्वविद्यालय के नियमो को लेकर खबर दिखाई जा रही है जोकि सिर्फ प्राइवेट विस्वविद्यालयो पर लागू होती है ना कि स्टेट यूनिवर्सिटी (राज्य विस्वविद्यालयो) पर इसलिए आप लोग भ्रमित ना हो*
*आप प्राइवेट और स्टेट यूनिवर्सिटी में अन्तर समझे और प्रवेश ले*
*आपको स्पष्ट कर दे कि आपके क्षेत्र की संभागीय यूनिवर्सिटी के अलावा माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी भोपाल और महात्मा गांधी चित्रकूट यूनिवर्सिटी ही राज्य विश्वविद्यालय है बांकी सभी विश्वविद्यालय प्राइवेट है इसका हमेसा ध्यान रखें*
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*और जो पेपर में भिंड की डेटा एंट्री ऑपरेटर के दावा आपत्ति लिस्ट की फ़ोटो डाली गई है वो वर्ष 2013-14 की है जो कि सिर्फ आपत्ति लिस्ट है उसके बाद सभी लोगो के डिप्लोमा मान्य हुए थे विश्वविद्यालय के हस्तझेप के बाद इस लिए आप भ्रमित ना हो और आप खुद अपने आस पास पड़ोस में माखन लाल सेDCA एवं PGDCA किये हुए लोगो से पूछिए की कितने लोग 2013 के बाद नौकरी में है कितने लोगो ने 2013 के बाद कितनी नौकरियों के फॉर्म भरे है किसी का अमान्य हुआ क्य*
*इसलिए आप सब अपने विवेक से काम ले किसी के बहकावे में ना आये*
*कहावत है कि कौवा कान ले गया वही हाल यंहा है*
*आप सभी प्राइवेट यूनिवर्सिटी और स्टेट यूनिवर्सिटी के लिस्ट देखने के लिए और ugc का स्पष्ट नियम हिंदी में देखने के लिए वेबसाइट देखे*
CPCT को लेकर कम्प्यूटर डिप्लोमा जैसे DCA PGDCA के बारे में न्यूज़ पेपर फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी*
*स्पस्टीकरण*
*CPCT म प्र शासन द्वारा प्रारम्भ की गयी कम्प्यूटर प्रोफिशिएंसी टेस्ट है जिसे सरल भाषा में कम्प्यूटर पर हिंदी और अंग्रेजी के टाइपिंग स्पीड टेस्ट भी समझा जा सकता है।*
*पूर्व में शासन द्वारा पुरानी टाइपिंग मशीन पर हिंदी और अंग्रेजी की टाइपिंग परीक्षा आयोजित करायी जाती थी जो अब प्रचलन में नहीं है। उसी की जगह कम्प्यूटर पर आधारित CPCT की ऑन लाइन टाइपिंग स्पीड परीक्षा शुरू की गयी है। इसका सर्टिफिकेट केवल दो वर्ष तक ही वैलिड है। उसके बाद पुनः परीक्षा पास करना पड़ेगी।*
*CPCT का सर्टिफिकेट म प्र में मान्य है*
*जबकि DCA & PGDCA डिप्लोमा म प्र के साथ साथ सम्पूर्ण भारत में अनिवार्य है।*
*म प्र शासन के डीप्टी सेकेट्री सामान्य प्रशासन "श्री सी बी पड़वार" के बयान के अनुसार CPCT और कम्प्यूटर डिप्लोमा (DCA or PGDCA) दोनों अनिवार्य हैं। शासन का आदेश स्पष्ट है। भृम की कोई बात ही नही है। (बयान वाले न्यूज पेपर की कटिंग संलग्न है) आप लोग भ्रमित ना हो*
*इसलिए आप सब अपने विवेक से काम ले किसी के बहकावे में ना आये*
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