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मध्यप्रदेश की प्रमुख जानकारी |
भौगोलिक क्षेत्रफल हजार वर्ग कि.मी. 308 (प्रा.)
जिले
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51
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तहसीलें
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367
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विकासखण्ड
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313
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आदिवासी विकासखण्ड
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89
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कुल नगर/शहर (जनगणना, 2011)
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476
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कुल ग्राम
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54,903
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नगर निगम (जुलाई, 2015)
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16
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नगर पालिकाएं
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98
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नगर परिषद्
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264
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ग्राम पंचायत (वर्ष 2016)
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22,824
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जनपद पंचायत
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313
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जिला पंचायत
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51
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जोन (आई.जी पुलिस) (2015-16)
|
11
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रेंज (डी.आई.जी. पुलिस) (2015-16)
|
15
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पुलिस जिले (एस.पी.)
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51
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कंट्रोल रूम (स्वीकृत) (2015-16)
|
53
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पुलिस उप संभाग (स्वीकृत)
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184
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पुलिस थाने स्वीकृत
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1061
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पुलिस चौकियां स्वीकृत
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575
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लोक सभा सीटें (वर्ष 2015-16)
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29
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राज्य सभा सीटें (वर्ष 2015-16)
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11
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विधान सभा सीटें
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230
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प्रशासन (अक्टूबर, 2014) #RaEeS
जनसंख्या
जनगणना - 2011 (हजार में)
कुल जनसंख्या (जनगणना 2011) | 72,627 |
पुरुष | 37,612 |
स्त्री | 35,015 |
ग्रामीण | 52,557 |
नगरीय | 20,069 |
अनुसूचित जाति | 11,342 |
अनुसूचित जनजाति | 15,317 |
कार्यशील जनसंख्या ( जनगणना 2011) - (हजार में)
कुल कार्यशील जनसंख्या | 31,574 |
दीर्घकालिक कर्मी | 22,702 |
अल्पकालिक कर्मी | 8,871 |
1. काश्तकार | 9,844 |
2. खेतिहर मजदूर | 12,192 |
3. पारिवारिक उद्योग में लगे कार्यशील | 959 |
4. अन्य कार्यशील | 8,578 |
गैर कार्यशील जनसंख्या | 41,053 |
धर्मानुसार जनसंख्या (जनगणना 2011) - (हजार में)
हिन्दु | 66,007 |
मुस्लिम | 4,775 |
ईसाई | 213 |
सिख | 151 |
बौद्ध | 216 |
जैन | 567 |
अन्य | 600 |
कृषि (भूमि उपयोग )
(2012-2013)
|
(लाख हेक्टर)
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ग्रामीण पत्रकों में प्रतिवेदित क्षेत्रफल
|
239.13
|
वनों के अन्तर्गत क्षेत्रफल (हजार वर्ग कि.मी.)
|
85.91
|
काश्त उपयोगी पड़त भूमि
|
10.10
|
कुल पड़ती भूमि
|
8.71
|
शुद्ध बोया गया क्षेत्रफल
|
239.13
|
कुल बोया गया क्षेत्रफल
|
103.01
|
द्विफसली क्षेत्रफल
|
84.59
|
शुद्ध सिंचित क्षेत्रफल
|
95.84
|
कुल सिंचित क्षेत्रफल
|
103.01
|
कृषि जोत (कृषि संगणना, 2010-11)
कृषि जोतों की संख्या
|
8873.000 (हजार में)
|
कृषि जोतों का क्षेत्रफल
|
15836.000 (हेक्टर में)
|
कृषि जोतों का औसत आकार
|
1.78 (हेक्टर)
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कृषि उत्पादन (2014-2015) (प्रा.)
लाख मीटरिक टन में
| |
कुल खाद्यान्न उत्पादन
|
321.48
|
सोयाबीन
|
63.53
|
समस्त तिलहन (सोयाबीन सहित)
|
76.81
|
गन्ना (गुड़ के रूप में)
|
4.57
|
कपास (170 कि.ग्रा. की प्रत्येक गांठ)
|
12.42
|
प्रमुख फसलों का औसत उत्पादन (2014-2015) (प्रा.)
(किलोग्राम प्रति हेक्टर)
|
चावल (धान)
|
2,526
|
गेहूं
|
3,079
|
ज्वार
|
1,713
|
चना
|
1,040
|
सोयाबीन
|
1,139
|
गन्ना
|
5,070
|
कपास
|
1,421
|
नोट :- यह आँकडे शासकीय डायरी-2017 के अनुसार उल्लेखित हैं।
विद्युत (31 मार्च, 2016) (प्रा.)
प्रदेश के लिये उपलब्ध विद्युत क्षमता
|
16,800 (मेगावाट)
|
विद्युत प्रदाय
|
64,975 (मिलियन यूनिट)
|
उपभोक्ताओं की संख्या
|
12,275 (हजार में)
|
विद्युत उपभोग
|
45,512 (मिलियन यूनिट)
|
विद्युतीकृत ग्राम
|
51,878 (संख्या)
|
विद्युतीकृत पंपसेट/नलकूप
|
2283 (हजार में)
|
मत्स्योत्पादन (2015-2016)
मछली उत्पादन ( टन ) 115016.56
परिवहन एवं संचार (2015-16)
(अ) परिवहन
|
हजार कि.मी.
|
राज्य लो.नि.वि. द्वारा अनुरक्षित कुल सड़कों की लंबाई
|
63617.00
|
पक्की सड़कों की लंबाई
| 61865.00 |
कच्ची सड़कों की लंबाई
|
1752.00
|
राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई
|
7382.00
|
पंजीकृत वाहन (2014-2015)
|
हजार में 11141
|
(ब) संचार (2015-2016) (प्रा.)
डाकघर
|
संख्या 8,286
|
पत्र पेटी (अ)
|
संख्या 38,168
|
टेलीफोन कनेक्शन
|
हजार में 3,786
|
टेलीफोन केन्द्र
|
संख्या में 2,424
|
दूरदर्शन ट्रान्समीटर
|
संख्या में 70
|
दूरदर्शन केन्द्र (स्टूडियो)
|
संख्या में 3
|
आकाशवाणी केन्द्र
|
संख्या में 27
|
स्वास्थ्य सेवाएं (2015-2016) (प्रा.)
एलोपैथिक चिकित्सालय एवं औषधालय
|
51+
| |
शैय्याओं की संख्या
|
35,905
| |
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र
|
1,171
| |
उप स्वास्थ्य केन्द्र
|
11,264
| |
सिविल हास्पिटल
|
66
| |
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र
|
334
| |
चिकित्सक (2014-2015)
|
8,028
|
साक्षर जनसंख्या एवं शिक्षा
साक्षरता (प्रा.)
साक्षर जनसंख्या
|
हजार
| जनगणना 2011 |
कुल
|
42,851
| |
पुरुष
|
25,174
| |
स्त्री
|
17,677
| |
ग्रामीण
|
28,282
| |
नगरीय
|
14,569
|
शैक्षणिक संस्थाओं की संख्या
( 2015-16 की स्थिति)
प्राथमिक विद्यालय
|
83,890
| |
माध्यमिक विद्यालय
|
30,341
| |
उच्च/उच्चतर माध्यमिक विद्यालय
|
14,902
| |
कुल महाविद्यालय (2015-2016)
|
1330
| |
तकनीकी शिक्षण संस्थाएं (2015-2016)
|
1,163
|
नियोजन (2015-2016) (प्रा.)
रोजगार कार्यालय में पंजीयत कुल व्यक्तियों की संख्या
|
416.251 (हजार में)
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वर्ष के अंत में चालू पंजी पर दर्ज व्यक्ति
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1542.019 (हजार में)
|
नौकरी दिलाये गये व्यक्तियों की संख्या
|
0.433 (हजार मे)
|
(1) महिलाएं
|
0.015
|
(2) अनुसूचित जाति
|
0.090
|
(3) अनुसूचित जनजाति
|
0.011
|
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (1 अप्रैल 2016 की स्थिति)
प्रदेश में कुल बसाहटों की संख्या (मुख्य ग्राम/मजरे/टोले/पारे)
|
1,28,067 (संख्या)
|
बसाहटें, (मुख्य ग्राम/मजरे/टोले/पारे) जहाँ े 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन के मान से पेयजल उपलब्ध कराया गया
|
1,09,090 (संख्या)
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बसाहटें, (मुख्य ग्राम/मजरे/टोले/पारे) जहाँ े 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन के मान से कम पेयजल उपलब्ध कराया गया
|
18,977 (संख्या)
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उचित मूल्य की दुकानों की संख्या (2015-2016) 22,422 (संख्या)
उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से वितरित सामग्री
(अन्त्योदय परिवार)ए.पी.एल. | (प्राथमिक परिवार) | - | |
कुल खद्यान (मी.टन)
| 50,118.11 | 2,39,217.970 | - |
मिट्टी का तेल (कि.ली.)
| 6,646 | 21,564 | - |
शक्कर (मी.टन)
| 11,821.099 | - | - |
नमक (मी.टन)
|
11,821.099
|
प्रमुख उद्योग
खनिजों पर आधारित उद्योग
इनके अन्तर्गत लोहा, इस्पात, सीमेंट, भारी विद्युत उपकरण, चीनी मिट्टी, एल्यूमिनियम, रासायनिक खद निर्माण आदि उद्योग हैं। लोहा इस्पात उद्योग-भिलाई में हैं। सीमेंट उद्योग कटनी, बामोर, कैसूर, धार, जावदरोड, सतना, जामुल, बैकूण्ठपुर, मांढर, अकलतरा, दमोह और रायपुर आदि में हैं।भारी विद्युत उपकरण का कारखाना भारत हैवी इलेक्ट्रीकल्ज भोपाल में है। एल्यूमिनियम उद्योग-कोरबा में, चीनी मिट्टी का उद्योग कुम्हारी (दुर्ग), विजयपुर (गुना) तथा कोरबा (बिलासपुर) में स्थापित है।
वनोपज पर आधारित उद्योग
इनके अन्तर्गत कागज उद्योग जैसे-अखबारी कागज बनाने का कारखाना नेपानगर में, साधारण कागज का अमलाई में, करन्सी नोट के कागज का कारखाना होशंगाबाद में तथा लकड़ी चीरने का उद्योग जबलपूर, रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, छिंदवाड़ा तथा मण्डला आदि में है। नकली रेशम उद्योग-नागदा, ग्वालियर, इंदौर आदि में तथा कत्था उद्योग शिवपुरी, रीवा तथासारंगपुर में स्थापित है।
कृषि पर आधारित उद्योग
इसके अन्तर्गत वस्त्रोद्योग-इंदौर, उज्जैन, रतलाम, ग्वालियर, बुरहानपुर, मंदसौर, भोपाल, जबलपुर, देवास, सनावद में हैं। कृत्रिम रेशम उद्योग-नागदा, ग्वालियर, इंदौर, देवास में है।
शक्कर उद्योग-सीहोर, डबरा, महिदपुर रोड, दलोदा, जावरा तथा बरलाई में है। खाद्य तेल उद्योग छत्तीसगढ़ क्षेत्र में स्थापित है। प्रदेश में मण्डीदीप (रायसेन) और पीथमपुर (धार) में दो बड़े औद्योगिक क्षेत्र विकसित हो रहे हैं।
अन्य उद्योग
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