Sunday, June 10, 2018

मानव स्वास्थ्य एवं रोग -सामान्य विज्ञान

                              मानव स्वास्थ्य एवं रोग

                                     सामान्य विज्ञान 
1.मानव स्वास्थ्य से आप क्या समझते हैं
 मनुष्य का शारीरिक मानसिक बौद्धिक एवं सामाजिक रूप से स्वस्थ रहना ही मानव स्वास्थ्य कहलाता है यदि व्यक्ति सारे ग्रुप से स्वास्थ्य नहीं रहे तो वह विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो सकता है अच्छा स्वास्थ्य मनुष्य के कार्य करने की क्षमता में वृद्धि लाता है मनुष्य को अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए निरंतर व्यायाम अपने आसपास के परिवेश की सफाई लोगों के प्रति जागरूकता संतुलित एवं पौष्टिक खाद्य पदार्थ का उपयोग आदि पर ध्यान देना चाहिए कहा जाता है कि एक स्वस्थ व्यक्ति ही अपने देश के विकास में योगदान दे सकता है विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी मानव स्वास्थ्य पर बल दिया है मानव शरीर को स्वस्थ एवं क्रियाशील रखने के लिए हरसंभव सकारात्मक प्रयास अपनाने चाहिए स्वास्थ्य के संदर्भ में कहा जाता है कि एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का विकास होता है








2.रोग क्या है 


उत्तर; रोग या बीमारी डिसीज मानव शरीर की एक ऐसी अवस्था है जो शरीर के कार्य करने की क्षमता को प्रभावित करती है रोग मुख्य रूप से जीवाणु कवक विषाणु प्रोटोजोआ एवं संक्रमण से होता है मानव शरीर तभी रोग ग्रस्त होता है जब व्यक्ति अपने आसपास के परिवेश की सफाई के प्रति असंवेदनशील तथा स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह होता है मानव शरीर जैविक रासायनिक भौतिक अनुवांशिक तथा सामाजिक कारकों से रोग ग्रस्त होता है उदाहरणस्वरूप हीमोफीलिया एवं रंग दृष्टिहीनता अनुवांशिक बीमारी है जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित होती है इस रोग की पहचान रोगी व्यक्ति के शरीर में दिखने वाले विभिन्न लक्षणों से होती है प्रत्येक बीमारी के अलग-अलग लक्षण होते हैं रोग जन्मजात एवं उपार्जित दोनों रूप में होता है समग्रता रोग के संदर्भ में कहा जाता है कि शरीर में विकार होना ही रोग कहलाता है 

नंबर 3 प्रश्न संक्रामक रोग क्या होता है 

उत्तर; एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने वाले रोग को संक्रामक रोग कम्युनिकेबल डिसीज कहा जाता है यह रोग हानिकारक सूक्ष्मजीवों तथा जीवाणु विषाणु एवं प्रोटोजोआ द्वारा होता है यह सूक्ष्म जीव हवा जल भोजन एवं मिट्टी के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर रोग फैलाते हैं हेपेटाइटिस बर्ड फ्लू स्वाइन फ्लू तथा पीत ज्वर विषाणु जनित संक्रामक रोग हैं एवं टाइफाइड जीवाणु जनित रोग हैं निद्रा रोग पेचिश तथा पायलिया प्रोटोजोआ द्वारा होने वाले संक्रामक रोग हैं यह रोग सवाल बोल कर भी जैसे निमेटोड तथा मच्छर तथा मक्खी द्वारा भी हो सकता है इस रोग का प्रसार बहुत ही तीव्र गति से होता है कभी-कभी तो संक्रामक रोग महामारी का स्थान ले लेता है इस रोग से बचाव हेतु मनुष्य को सजग एवं सक्रिय रहना चाहिए

 प्रश्न नंबर 4 प्रश्न मलेरिया रोग के कारण तथा लक्षण के बारे में बताइए 
उत्तर मलेरिया एक संक्रामक रोग है जो प्लाज्मोडियम  नामक प्रोटोजोआ द्वारा उत्पन्न होता है यह बीमारी मादा एनाफिलीज नामक मच्छर के काटने से फैलती है यह मुख्य रूप से व्याख्या नी किडनी को प्रभावित करती है मलेरिया की पहचान मनुष्य शरीर में निम्नलिखित लक्षणों के आधार पर की जाती है 
शरीर में तेज ज्वर एवं कंपनी हो नंबर दो तेजी से सिर दर्द होना 
जी मिचलाना एवं शरीर से अधिक पसीना आना 
शरीर में लाल रक्त कोशिका की कमी हो जाना जिसके कारण एनीमिया एवं पीलिया हो जाता है 
कमजोरी महसूस होना 
मांसपेशियों में दर्द होना 

नोट मलेरिया के उपचार हेतु क्लोरोक्वीन हेलो ड्रीम एवं कृषक क्वीन नामक दवाओं का उपयोग किया जाता है 

प्रश्न क्रमांक 5 प्रश्न वर्णांधता रोग क्या होता है

र्णांधता कलर ब्लाइंडनेस एवं एक अनुवांशिक नेत्र रोग है अनुवांशिक रोग ऐसे लोगों को कहा जाता है जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित होता है इस रोग में रोगी को मुख्य रूप से प्राथमिक रंग लाल हरा नीले रंग को पहचानने की क्षमता का अभाव पाया जाता है चिकित्सा विज्ञान वर्णांधता का कोई उपचार नहीं है नाश्ता की खोज सर्वप्रथम बिल्ली रसायनशास्त्री जॉन डाल्टन 1798 ईस्वी में की थी यह स्वयं इस रोग से पीड़ित से यह बीमारी मुख्य रूप से पुरुषों में पाई जाती है जिसका वह स्त्री होता है स्त्रियों में यह रोग तभी उत्पन्न होता है जब दोनों गुणसूत्र XX प्रभावित इस बीमारी की खोज डाल्टन द्वारा किए जाने के कारण इसे डाल्टन इसमें भी कहा जाता है एक लिंग संबंधी बीमारी है

 प्रश्न क्रमांक 6.रिकेट्स रोग किस विटामिन की कमी से होता है


 उत्तर रिकेट्स रोग या सूखा रोग विटामिन डी की कमी से मुख्य रूप से बच्चों में होता है यह बीमारी विटामिन डी या कैल्शियम की कमी से होती है इस रोग के अनेक लक्षण हैं यथा बच्चों की हड्डियां कमजोर होने से उनके पैरों में टेढ़ापन आना कबूतर की छाती ऐसा होना 

दांतो की बहाली चमकीली सतह नष्ट हो जाना 

कैल्शियम की कमी के कारण बच्चों की हड्डियों को कमजोर हो जाना जिसके परिणाम स्वरुप हड्डियां टूटने की आशंका अधिक होती है हड्डियां तथा मांसपेशियों में दर्द होना किस रोग के उपचार हेतु भोजन में विटामिन से संबंधित कैल्शियम फास्फेट पदार्थों का सेवन करना चाहिए रिकेट्स रोग के उपचार हेतु बच्चों के शरीर पर मछली के तेल से मालिश करना चाहिए i

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