Monday, April 23, 2018

5जी दूरसंचार नेटवर्क

                                               5जी दूरसंचार
                                                                      5जी दूरसंचार नेटवर्क

 नेटवर्क 21वी शताब्दी का तकनीकी जुड़ाव वर्ष 2018 में 5जी के लिए प्रयास तेज हो गए हैं भारत में परीक्षण का दौर आरंभ हो गया और शीघ्र ही अस्तित्व में होगा भारतीय रेल भारत चीन ने 22 फरवरी 2018 को भारत में दूरसंचार नेटवर्क मानेसर गुड़गांव हरियाणा में किया गया भारत में दूरसंचार नेटवर्क की एक महत्वपूर्ण कदम है
आने वाले 5जी दूरसंचार नेटवर्क में डाटा स्पीड 5जी से 10 गुना अधिक रहेगी इसे गेमचेंजर माना जा रहा है यह भारत के जीवन स्तर को प्रभावित करेगा तथा कार्यप्रणाली को बदल कर रखने में सक्षम होगा माना जा रहा है कि भारतीय उपभोक्ताओं को वर्ष 20 20 तक भारतीय सेवाएं उपलब्ध होंगी सरकार ने कोच्चि स्तरीय समिति का गठन किया है जो अत्याधुनिक तकनीक के लिए एक्शन प्लान तैयार करने के साथ रोडमैप निर्धारित करेगा जून 2018 तक 5जी नेटवर्क के लिए रोडमैप तैयार किया जाएगा क्या है 5जी दूरसंचार नेटवर्क 5जी मोबाइल का इंटरनेट सेवा की पांचवी पीढ़ी है इसकी स्पीड से 5 GB प्रति सेकंड होगी इसके आरंभ होने के बाद इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को हाई डेंसिटी मिलेगी कार्यों को आसान करेगा 20 अप्रैल 2008 2008 में नासा की साजिद आर संस्थान मशीन टू मशीन इंटेलिजेंस कोर्ट ने 5जी दूरसंचार नेटवर्क की संकल्पना सामने रखी हुवावे Samsung तथा टेलीफोनिक का यूरोप में 5जी रिसर्च पर कार्य आरंभ कर दिया है 9 फरवरी 2018 को दक्षिण कोरिया में 2018 विंटर ओलंपिक के दौरान 5जी दूरसंचार नेटवर्क को स्थापित किया गया है अब तक की दूरसंचार पीढ़ियां
4G 
चौथी पीढ़ी की मोबाइल फोन वायरलेस सेवा को संक्षिप्त रूप में 4जी कहा जाता है 4जी पूर्णता IP पर आधारित सेवा है इसमें वॉइस डाटा और मल्टीमीडिया को समान गति से भेजा और प्राप्त किया जाता है 4जी सेवा सबसे पहले 2009 में ओस्लो नॉर्वे तथा स्टॉकहोम स्वीडन में आरंभ की गई है मार्च 2008 में इंटरनेशनल टेलीकम्यूनिकेशन रेडियो कम्युनिकेशन किया इसके अनुसार इसके अनुसार 4G सेवा 10 मेगाबाइट प्रति सेकंड से 10 गीगाबाइट प्रति सेकंड की गति से कार्य करेगी सबसे पहले यह मोबाइल भी मैक्स वर्जन में जारी किया गया औरतों को नल फ्रीक्वेंसी डिवीजन मल्टीपल एक्सेस की वजह से 4जी में बेहतर वीडियो क्वालिटी लोगों को मिल पाती है
3G
इंटरनेशनल मोबाइल टेलीकम्युनिकेशन 2000 को 3G अथवा तीसरी पीढ़ी के दूरसंचार नेटवर्क के रूप में जाना जाता है इसमें टेलीफोन वीडियो कॉल्स तथा वायरलेस डाटा शामिल हैं वर्ष 1999 में 3G नेटवर्क को आरंभ करने के लिए मानकों को जारी किया गया वर्ष 2007 में इसमें बैलेंस को जोड़ा गया मई 2001 में जापान में इसकी शुरुआत की गई इसे CDMA प्रौद्योगिकी पर आरंभ किया गया 3G का पहला बांध का उद्घाटन जापान में एनटीटी डोकोमो 1 अक्टूबर 2001 को किया गया इसके बाद 2002 में यह दक्षिण कोरिया में आरंभ हुआ 3G में न्यूनतम 2 मेगाबाइट प्रति सेकंड की डाटा स्पीड दी गई थी भारत में वर्ष 2008 में 3जी मोबाइल सेवा महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड MTNL द्वारा दी गई 2G यह दूसरी पीढ़ी की वायरलेस टेलीफोन प्रौद्योगिकी है इसे वर्ष 1991 में टेलीफोन में GPS मानक के रूप में आरंभ किया गया में SMS पार्ट संदेशों की शुरुआत हुई तथा मोबाइल के लिए डाटा सर्विस पहली बार आरंभ हुई 2G के आरंभ के बाद पूर्व टेलीफोन 1G नेटवर्क को दी गई
पणजी जहां रेडियो एनालॉग संकेत पर आधारित था वही 2G नेटवर्क डिजिटल प्रवृतियों से लैस हुआ
2G 
प्रौद्योगिकी d d m a आधारित तथा CDMA आधारित मानगो में विभाजित किया गया 2G सेवाओं को संयुक्त राज्य अमेरिका में पीसीएस के रूप में संदर्भित किया जाता है 2G के बाद 2.57 अधिक उन्नति यह 2G से अधिक उच्च गति से दाता अंतरण के सक्षम है 2G नेटवर्क में ध्वनि सेवाएं बेहतर थी किंतु डाटा संचरण की गति न्यूनतम होने के कारण मोबाइल इंटरनेट नेटवर्क अधिक विकसित नहीं हो सका था 2.5 GPRS सेवाओं के रूप में सामने आया
जिसमें daata संचरण की गति 56 केबीपीएस से 114 केबीपीएस भारत मैं  4G सेवा की विश्व में न्यूनतम भर्ती भारत में 5जी मोबाइल नेटवर्क की कवायद आरंभ की गई है दूरसंचार कंपनियों द्वारा ट्रायल के बाद भारत सरकार की आधारभूत संरचना को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है किंतु भारत में भारतीय सेवाओं का विस्तार चुनौतीपूर्ण है वर्तमान में भारत में 4G मोबाइल नेटवर्क सेवा का लाभ दूरसंचार कंपनियों द्वारा किया जा रहा है पर इसकी गति विश्व में न्यूनतम है
भारत में 4G सेवाओं की औसत गति 6.07 -10 एमबीपीएस है जो औसत से कम है विकसित देशों की 4जी सेवा से 1 बटा 7 घंटे की है गति की है USA में वर्ष 2010 11 के दौरान 5जी 3G सेवाओं के तहत यह गति मौजूद थी जो आज भारत में 4G सेवाओं के विस्तार के साथ उपलब्ध है सैन मैरिनो 5जी नेटवर्क आरंभ करने वाला पहला देश विश्व के कई देशों में 5जी दूरसंचार नेटवर्क का ट्रायल किया जा रहा है USA दक्षिण कोरिया चीन जापान तथा भारत में 5जी दूरसंचार नेटवर्क का सफल परीक्षण हो चुका है किंतु यूरोप के छोटे से देश सन मरीनो दूरसंचार नेटवर्क में कार्य करना आरंभ कर दिया है इसलिए बीच स्थित का कुल क्षेत्रफल 61 वर्ग किलोमीटर है इसे विश्व के प्राचीनतम गणराज्यों में से एक माना जाता है तीनो की कुल जनसंख्या 33203 है यह यूरोप का तीसरा सबसे छोटा देश है जो यूरोपीय संघ का सदस्य नहीं है किंतु यहां मुद्रा यूरो प्रचलित है

5जी टाइमलाइन

अप्रैल 2008 नासा ने Mi के साथ 5जी के लिए साझेदारी की
दिसंबर 2008 दक्षिण कोरिया की कंपनी ने 5जी के लिए प्रोग्राम चलाया
 अगस्त 2012 न्यूयॉर्क सिटी में 5जी नेटवर्क कम्युनिकेशन के रूप में वायरलेस की शुरुआत
अक्टूबर 2012 यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटेन में अनुसंधान के लिए केंद्र की स्थापना की गई
फरवरी 2013 के दौरान समिति स्थापित
नवंबर 2013 द्वारा अनुसंधान पर 600 मिलियन निवेश की घोषणा
जुलाई 2016 द्वारा विभिन्न कंपनियों के साथ समझौता
फरवरी 2018 दक्षिण कोरिया द्वारा 2018 ओलंपिक की शुरुआत
मार्च 2018 भारत में 5जी नेटवर्क का परीक्षण
 थैंक यू

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