Sunday, August 20, 2017

रचनाकार और उनकी रचनाएँ

रचनाकार और उनकी रचनाएँ

1. काललदास – अलिज्ञान शाकंु तलम,् मालववकाग्ननलमत्रम,् मेघदतू म, कु मारसंिव,
रघुवंशम, ऋतुसंहार, ववक्रमोववशीयम
2. ितहवत रर – नीतत शतक, श्रगं ार शतक, वैरानय शतक, महािाष्य टीका, शब्द धातु
समीक्षा
3. िविूतत – महावीरचररत्र, मालती माधव, उत्तररामचररत्र
4. बाणिट्ट – कादम्बरी, हर्वचररत्र, मुकुटताडितक, चण्िीशतक
5. सुिद्रा कुमारी चौहान – झाँसी की रानी, मुकुल, सीधे सादे चचत्र, बबखरे मोती,
उन्माददनी, बत्रधारा, राखी की चुनौती, बचपन, सिा के खेल, खखलौनेवाला, वीरों का
कैसा हो बसंत, जललयाँवाला बाग़ में बसंत
6. के शवदास – रलसकविया, रामचदं द्रका, वीरलसहं चररत्र, कववविया, ववज्ञान गीत,
जहाँगीरजस चग्न्द्रका, छन्दमाला, रतनबामनी, बारहमासा
7. पदमाकर – राम रसायन, पद्मम्िरण, िबोध पचासा, जगद्मववनोद, दहम्मत बहादुर
ववरुदावली, ितापलसहं ववरुदावली, दहतोपदेश, कलल पच्चीसी, गंगालहरी, जयलसहं
ववरुदावली, आलीजाह िकाश
8. िूर्ण – छत्रशाल दशक, दूर्ण उल्लास, िूर्ण हजारा, िूर्ण उल्लास, लशवराज
िूर्ण, लशवाबावनी
9. माखनलाल चतुवेदी – दहम ककरीदटनी, दहमतरंचगनी, मरण ज्वार, काजल औज रही,
कतष्णाजुवन युद्मध, वनवासी, समय के पांव, चचन्तक की लाचारी, रंगों की बोली,

सादहत्य देवता, युग चरण

10. रामधारी लसहं “ददनकर” – कु रुक्षेत्र, उवशव ी, रेणुका, रग्ममरथी, द्मवंदगीत, बापू, धपु
छाँह, लमचव का मजा, सूरज का व्याह, परशुराम की ितीक्षा, हुंकार, हाहाकार, चक्रव्यूह,
संस्कतत के चार अध्याय
11. जयशंकर िसाद – कामायनी, झरना, लहर, िेम पचथक, कानन-कुसुम, चचत्राधार,
एक घूंट, आंधी
12. सूयवकान्त त्रपाठी “तनराला” – पररमल, गीततका, अचवना, आराधना, गीत गुंज,
रागववराग, दो शरण, कुकुरमुत्ता, अखणमा
13. सुलमत्रानंदन पंत – वीणा, पल्लव, गुंजन, युगवाणी, कला और बूढा चाँद, चचदम्बरा,
युगपथ, लोकायतन
14. महादेवी वमाव – नीहार, अग्ननरेखा, दीपलशखा, मेरा पररवार, स्मततत की रेखाएं, पथ
के साथी, श्रंखला की कडियाँ, अतीत के चलचचत्र, नीरजा
15. गजानन माधव “मुग्ततबोध” – काठ का सपना, ववपात्र, सतह से उठता आदमी,
चाँद का मँुह टेढ़ा, एक सादहत्य की िायरी, नई कववता का आत्म संघर्,व नये तनबंध,
िूरी-िूरी खाक धूल, समीक्षा की समस्या, कामायनी एक पुनवववचार, नये सादहत्य का
सौन्दयव शास्त्र, िारत इततहास और संस्कततत, एक अंतकवथा
16. बालकतष्ण शमाव “नवीन” – कुमकुम, अपलक, ववनोबा, हम अतनकेतन, सदा चाँदनी,
स्तवन, उलमवला, हम ववर्पायी जनम के, दहंिोला
17. िवानी िसाद लमश्र – गीतफरोश, कालजयी, चककत है दुख, अँधेरी कववताएँ, गाँधी
पंचशती, नीली रेखा तक, दूसरा सप्तक, बत्रकाल संध्या, तुकों के खेल, कुछ नीतत कुछ
राजनीतत
18. हररशंकर परसाई – तट की खोज, हँसते है रोते हैं, रानी नागफनी की कहानी, तब
की बात ओर थी, िूत के पाँव पीछे, जैसे उनके ददन कफरे, पगिंडियों का जमाना,
सदाचार का ताबीज़, लशकायत मुझसे िी, ववकलांग श्रद्मधा का दौर, बेईमानी की परत,
ज्वाला और जल, ततरछी रेखाएं, अंत में
19. शरद जोशी – अंधों का हाथी, यथासंिव पररक्रमा, रहा ककनारे बैठ, लक्ष्य की रक्षा,
चाचा का ट्रक, दूसरी सतह, हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे, जीप पर सवार इग्ल्लयाँ,
ककसी बहाने, वपछले ददनों, एक गधा था, कफर ककसी बहाने, बुद्मचधजीववयों का दातयत्व,
शेर की गुफा में न्याय

20. लशवमंगल लसहं “समु न” – लमट्टी की बारात, दहल्लोल, वाणी की व्यथा, िलय
सजत न, जीवन के गान, ववध्ं य दहमालय, युग का मोल, ववमवास बढ़ता ही गया
21. मंशु ी िेमचंद – गबन, रंगिूलम, कमिव ूलम, गोदान, तनमलव ा, िेमा, वरदान, सेवासदन,
कायाकल्प, मंगलसूत्र, पूस की रात, बाँका जमींदार, बेटो वाली ववधवा, बैंक का
ददवाला, िेम का स्वप्न, पंच परमेमवर, ववक्रमाददत्य का तेगा
22. कबीर – बीजक, कबीर ग्रंथावली, कबीर रचनावली, साखी, अनुराग सागर
23. िारतेंद ु हररमचंद्र – ववनय िेम पचासा, गीत गोववदं ानंद, िेम फु लवारी, कत ष्णचररत्र,
बन्दर सिा, बकरी का ववलाप, सतसई श्रंगार, श्री चन्द्रावली, सत्य हररमचंद्र, नीलदेवी,
िारत दुदवशा
24. चंदबरदाई – पतथ्वीराज रासो
25. जगतनक – आल्ह खण्ि
26. सूरदास – सूर सुखसागर, सूरसागर, सुरसावली, सादहत्य लहरी, ब्याहलो
27. अमीर खुसरो – तुगलकनामा, नुह-लसकफर, बाककय नाककया, तुहफा-तुस-लसगर,
वसतुल हयात, गुरावतुल-कमाल
28. ववद्मयापतत – ववद्मयापतत की पदावली, पुरुर् परीक्षा, िू-पररक्रमा, कीततपव ताका,
पदावली
29. नरपतत नाल्ह – बीसलदेव रासो
30. माललक मोहम्मद जायसी – पद्ममावत, अखरावट, सखरावत, चंपावत, इतरावत,
मोराईनाम, आखखरी कलम, होलीनमा, बारहमासा, धनावत
31. रैदास – रैदास के दोहे
32. तुलसीदास – रामचररतमानस, कववतावली, ववनय-पबत्रका, ववनयावली, दोहावली,
गीतावली, पाववती-मंगल, बरवै रामायण, रामज्ञा िमन
33. सेनापतत – ऋतु वणवन, पररचय
34. रसखान – िेम वादटका, सुजान-रसखान
35. बबहारी – बबहारी सतसई
36. लिखारी दास – श्रगंत ार तनणयव , छंद िकाश, रससारांश संवत

37. मीरा बाई – राग सोरठा, राग गोववन्द, बरसी का मायरा, गीत गोववन्द टीका,
मीराबाई की मलार
38. घनानन्द – विया िसाद, सुजान सगार
39. अयोध्या लसहं उपाध्याय – चाँद-लसतारे, बाल-गीतावली, खेल-तमाशा, बाल-ववलास,
चुिते चौपद, चौखे चौपद
40. महावीर िसाद द्मवववेदी – आयव-िूलम, िारतवर्व, कोककला, काव्यमंजूर्ा,
काव्यकलाप, बालववनोद
41. राजकु मार वमा व – अजं लल, दहमहास, तनशीथ, जौहर, चचत्तौि की चचतं ा, एकलव्य,
चचत्ररेखा
42. केदारनाथ अग्रवाल – फूल नहीं रंग बोलते हैं, पंख और पतवार, गुलमेहंदी, मार
प्यार की थापें, युग की गंगा
43. धमववीर िारती – अंधा युग, कनुविया, सपना अिी िी, ठंिा लौहा, देशांतर
44. रांगेय राघव – मयामला, वपघलते पत्थर, मेधवी, पांचाली, रूपछाया, िायन
सरकार
45. नागाजुनव – इस गब्ु बारे की छाया में, प्यासी पथराई ऑखं ें, यगु धारा
46. िारत िूर्ण अग्रवाल – एक उठा हुआ हाथ, कवव के बंधन, जागते रहो,
अनुपग्स्थत लोग, मेरे खखलौने
47. नरेश मेहता – पुरुर्, अरण्या, िवाद पवव, चैत्य
48. सवेमवरदयाल सतसेना – बांस का पुल, एक सूनी नाव, काठ की घंदटयाँ,
खूदटयों पर टंगे लोग
49. चगररजाकुमार माथुर – तार सप्तक, मंजीर, नशा और तनमावण, मुझे ओर
िी कहना है, लशलापंख चमकीले, धुप के धान
50. सग्च्चदानंद हीरानंद वात्स्यायन “अज्ञेय” – पूवाव, सुनहरे शैवाल, असाध्य
वीणा, हरी घास पर क्षण िर, बावरा अहेरी, आंगन के पार द्मवार, ककतनी
नावों में ककतनी बार

51. जगदीश गुप्ता – नाव के पांव, शम्बूक का युनम, शब्द-दंश, आददत्य
एकांत
52. रघुवीर सहाय – एक समय था, कुछ पते कुछ चचट्दठयां, लोग िूल गये
हैं, आत्महत्या के ववरुद्मध, सीदढयों पर धुप में, दूसरा सप्तक
53. कंु वर नारायण – कोई दसू रा नहीं, चक्रव्यहू , इन ददनों, तीसरा सप्तक
54. दुष्यंत कुमार – एक कंठ ववर्पायी, जलते हुए वन का वसंत, सूयव का
स्वागत, आवाजों के घेर, साये में धूप

55. जगन्नाथदास “रत्नाकर” – उद्मधव-शतक, गंगावतरण, श्रंगत ार-लहरी

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